आज के समय में सबसे ज्यादा खतरनाक बीमारी जिसे महामारी भी कहा जा सकता है। हम बात कर रहे है एक ऐसे वायरस की जिसे खत्म करने की कोई दवा या लोशन अभी तक नहीं बन पाया है। भारत में 130 करोड़ की जनसंख्या है और भारत में भी इस वायरस ने अपना कदम रख दिया है।
हम बात कर रहे है कोरोना वायरस के बारे में, कोरोना वायरस चीन के वुहान देश में पहली बार देखा गया था। वायरस का असर इतना खतरनाक है कि इससे बचना लगभग मुश्किल ही है लेकिन ऐसी बहुत ही कम बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है।
इस लेख में आपको कई प्रकार की कोरोना वायरस के बारे में जानकारी मिलेगी जैसे की:-
इन सभी प्रश्नों का उत्तर आपको यहाँ मिलेगा।
कोरोना वायरस से संबंधित प्रश्नों के जवाब जानने से पहले हमें इसके बारे में जानना होगा और कोरोना वायरस का इतिहास जानने के लिए कोरोनावायरस की पूरी जानकारी को ध्यान से पढ़ना होगा।
कोरोना वायरस एक लाइलाज बीमारी बन चुकी है और कोरोना वायरस को ठीक करने वाली घरेलू नुस्खों को निम्नलिखित किया जाएगा।
कोरोना वायरस विभिन्न प्रकार के वायरस का समूह है और ये वायरस स्तनधारी और पक्षियों में रोग के कारण होती है। यह आरएनए वायरस होते है ये मानवों में तेजी से फैलते है।
आरएनए जैसे की- रेबीज, सार्स, इबोला रोग, जुखाम, इंफ्लुएंजा, हेपेटाइटिस सी, हेपेटाइटिस ई, पोलियो, खसरा और आखिर में 2019 में सबसे ज्यादा खतरनाक वायरस “कोरोना वायरस” ये ऐसे वायरस होते है जो की आरएनए वायरस जातियों द्वारा मानवों में उत्पन्न रोग होते हैं।
कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर में उत्पन्न हुआ है जो की आज वो संसार में प्रत्येक देश में तेजी से फैल रहा है और आपको बता दूँ की ये कोई छोटी बात नहीं है।
कोरोना वायरस 2019 नोबेल कोरोना वायरस में दिसम्बर के महीने में आया था और आज देश भर में उसने अपने पैर पसार लिए है।
कोरोना वायरस का संक्रमण को देखते हुए प्रत्येक देश के लिए बहुत ही बड़ी समस्या का पड़ाव है और इसका कोई इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है। WHO जो की भारत की स्वास्थ्य के मामले में बहुत ही बड़ी संस्था है इसने कोरोना वायरस को COVID-19 रखा है।
कोरोना को लातिनी भाषा में “मुकुट” कहा जाता है और इस वायरस के कणों के इर्द-गिर्द उभरे हुए कांटे जैसे ढांचों से इलेक्ट्रॉन दिखता है जो की सूक्ष्मदर्शी में मुकुट जैसे आकार में दिखता है, जिस पर इसका नाम कोरोना रखा गया था।
इसमें कोई शक नही की ये वायरस भी जानवरों से आया है। ज्यादातर लोग जो चीन शहर के केंद्र में स्थित Huanan Seafood Wholesale Market में खरीदारी के लिए आते हैं या फिर अक्सर काम करने वाले लोग जो जीवित या नव वध किए गए जानवरों को बेचते थे जो इस वायरस से संक्रमित थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस भारत, ब्रिटेन और अमरीका समेत कोरोना वायरस कोविड-19 अब तक दुनिया के 166 देशों में फैल चुका है और इसके कारण 10,047 मौतें हो चुकी है।
कोरोना वायरस कोविड 19 से बचने के लिए आप नियमित रूप से और अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोएं, समय समय पर सैनिटाइजर हैंड वॉश का प्रयोग करना चाहिए, घरों में घुसते के साथ ही अपने हाथों को 2-3 बार साबुन से धोना चाहिए और हाथ पैर मुंह की सफाई रखनी चाहिए।
कोई भी व्यक्ति जिसे खांसी या जुकाम है उससे थोड़ी दूरी बनाए रखे क्योंकि उसके थूक की बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं और इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते है। किसी भी व्यक्ति के करीब जाने से उसकी साँसे हवा बन कर हमारे करीब आती है और हमारे नाक के जरिए हमारे अंदर तक जाती है।
यदि आप किसी ऐसी चीज को छूते है, रास्ते में चलते हुए मेट्रो, बस, कॉलेज की सीट, ऑफिस के केयबोर्ड आदि बहुत सी चीजें है जिन पर कोरोना वायरस के कण पड़े हो सकते है और वो कण हमारी उँगलियों के माध्यम से हमारे अंदर भी जा सकते है इसलिए बोला जा रहा है की जितनी बार हो सके हाथों को साबुन से रगड़ रगड़ कर धोये और सफाई बनाए रखें।
कोरोना वायरस से बचने के लिए हमेशा मुंह पर फेस मास्क लगा कर रखे और लोगों से हाथ मिलाने से बचे और ऐसे जगह जाने से बिलकुल बचे जहां लोगों की भीड़ एक जुट में आती हो तो उन लोगों से दूरी बनाए रखे जिन्हें खांसी और जुकाम हो रखा है। कोरोना वायरस से बचने के लिए आस पास सफाई बना कर रखे।
Coronavirus Cases: | 1,018,107 |
Deaths: | 53,251 |
Recovered: | 213,218 |
Coronavirus Cases in India as on 3-04-2020
India | Total Cases | Total Deaths | Total Recovered |
भारत | 2,567 | 72 | 192 |
किसी भी व्यक्ति के शरीर में कोरोना वायरस आसानी से पहुँच सकता है और इंसान के शरीर में पहुंचने के बाद कोरोना वायरस उसके फेफड़ों में सीधे प्रकार से प्रभाव करता है, इस कारण सबसे पहले बुखार, उसके बाद सूखी खांसी आती है, बाद में सांस लेने में समस्या हो सकती है।
वायरस के संक्रमण के लक्षण दिखना शुरू होने में लगभग पाँच दिन लगते हैं। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ लोगों में इसके लक्षण बहुत बाद में भी देखने को मिल सकते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वायरस के शरीर में पहुंचने और लक्षण दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है, हालांकि कुछ शोधकर्ता मानते हैं कि ये समय 24 दिनों तक का भी हो सकता है।
कोरोना वायरस उन लोगों के शरीर से अधिक फैलता है जिनमें इसके संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं लेकिन कई जानकार मानते हैं कि व्यक्ति को बीमार करने से पहले भी ये वायरस फैल सकता है। बीमारी के शुरुआती लक्षण सर्दी और फ्लू जैसे ही होते हैं जिससे कोई आसानी से भ्रमित हो सकता है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के आँकड़ों की तुलना में मरने वालों की संख्या को देखा जाए तो ये बेहद कम हैं, हालांकि इन आंकड़ों पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता, लेकिन आंकड़ों की मानें तो संक्रमण होने पर मृत्यु की दर केवल एक से दो फीसदी हो सकती है।
फिलहाल कई देशों में इससे संक्रमित हजारों लोगों का इलाज चल रहा है और मरने वालों का आँकड़ा बढ़ भी सकता है।
56,000 संक्रमित लोगों के बारे में एकत्र की गई जानकारी आधारित विश्व स्वास्थ्य संगठन का एक अध्ययन बताता है कि-
ऊपर हमने जाना की कोरोना वायरस क्या है? अब हम जानेंगे की कोरोना वायरस कैसे खत्म होगा?
कोरोना वायरस बड़े ही आसानी के साथ खत्म होना थोड़ा मुश्किल है लेकिन कई विशेषज्ञों का मानना है की कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है। कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए हमारे आस पास स्वच्छता बनाए रखने के साथ साथ हमें अपनी इम्युनिटी पावर को मजबूत करना होगा जिससे यदि ये वायरस किसी भी तरह अगर शरीर में आ भी जाए तो जल्द से जल्द इस पर काबू पा लिया जाए।
इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए लोगों को अपने खाने में पका हुआ भोजन खाना है जैसे की:-
लोगों को कोरोना वायरस से बचने के लिए उस जगह जाने से बचना चाहिए जहां बहुत लोगों की भीड़ जमा होती है। जीवन बचेगा तो कहीं भी घूम लेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निरंतर कोरोना वायरस की स्थिति पर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. वहीं पीएम मोदी ने बीते मंगलवार को संसद भवन में भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक में सांसदों को कोरोना वायरस के मसले पर संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में हम विपक्ष में हैं, वहां पर 15 अप्रैल तक कोई आंदोलन न करें। अगर जरूरी हो तो विज्ञापन ही दें। पीएम मोदी ने मीडिया की तारीफ भी की और कहा कि मीडिया के बड़े तबके ने कोरोना वायरस को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई हैं।
ट्विटर पर बढ़ा रहे हौसला
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी लगातार सोशल मीडिया पर लोगों से संवाद कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी जी ट्विटर पर यूजर्स के ट्वीट को रिट्वीट कर लोगों का हौसला बढ़ा रहे हैं इसके साथ ही लोगों से कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए भी अपील कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर पीएम मोदी ने कोविड-19 को लेकर कई ट्वीट किए हैं। पीएम ने ट्विटर पर लिखा कि कई लोग डॉक्टरों की तारीफ कर रहे हैं, जो उनका मनोबल बनाने का काम करेगा। कोरोना से लड़ाई लड़ने में डॉक्टर, नर्स, एयरपोर्ट स्टाफ समेत कई लोग जी तोड़ काम कर रहे हैं।
कोरोना वायरस के चलते प्रधानमंत्री लोगों से गैर-जरूरी यात्राओं को टालने और विदेश ना जाने की अपील कर चुके हैं। पीएम मोदी का कहना है कि गैर-जरूरी यात्रा करना और लोगों के संपर्क में आने से बचा जाए तो बेहतर होगा, इसके साथ ही पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा है कि वे नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।
आर्थिक मदद का ऐलान
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस पर बीते रविवार सार्क देशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें कोरोना से घबराने की नहीं बल्कि साथ लड़ने की जरूरत है, उन्होंने कहा कि सार्क देशों को सावधानी बरतनी होगी।
इस चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हम गंभीर चुनौतियों से जूझ रहे हैं. हमें नहीं पता है कि इस महामारी का स्वरूप क्या होगा, हम एक साथ आकर इससे निपट सकते हैं। रणनीति के लिए हमें तैयार रहना होगा, भारत कोरोना वायरस से निपटने के लिए 1 करोड़ डॉलर देने के लिए तैयार है।”
बता दें कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या 195 से ज्यादा पहुंच गई है। वहीं अब तक 4 लोगों की भारत में कोरोना वायरस के कारण मौत भी हो चुकी है। वहीं दुनिया में 10 हजार से ज्यादा लोगों की अब तक कोरोना वायरस के कारण मौत हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधित करते हुए गुरूवार की शाम को कहा लोग डर न फैलाएं और आवश्यक सामानों की जमाखोरी न करें। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि लोग इसको लेकर पैनिक न फैलाएं।
पीएम ने कहा कि आने वाले 22 मार्च को देश के लोग “जनता कर्फ्यू” लगाएं। उन्होंने कहा कि 22 तारीख को वे सुबह 7 बजे से लेकर रात 10 बजे तक घर से ना निकलें।
पीएम मोदी ने कहा कि बुजुर्ग लोग खासकर इस स्थिति में न निकले। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में जब इस बीमारी के कोई उपाय नहीं सुझाए और ना दवा बनाई तो इस स्थिति में खुद का बचाव जरूरी है।
1- बीते कुछ दिनों से ऐसा माहौल बना है कि हम संकट से बचे हुए हैं। वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चिंत हो जाने की यह सोच सही नहीं है। इसलिए, प्रत्येक भारत वासी का सतर्क रहना बहुत आवश्यक है। पीएम मोदी ने कहा कि आपसे हमने जब जो मांगा, मुझे देशवासियों ने निराश नहीं किया है। यह आपके आशीर्वाद की ताकत है कि हम सब मिलकर के अपने निर्धारित लक्ष्यों की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। प्रयास सफल भी हो रहे हैं।
2- पीएम मोदी ने कहा कि आज 130 करोड़ भारतवासियों से कुछ मांगने आया हूं। मुझे आने वाला आगे का आपका कुछ समय चाहिए। विज्ञान कोरोना महामारी से बचने के लिए कुछ निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है न ही कोई वैक्सीन बनी है। ऐसी स्थिति में हर किसी की चिंता बढ़नी स्वाभाविक है। दुनिया के जिन देशों में कोरोना का वायरस और उसका प्रभाव ज्यादा देखा जा रहा है वहां पर अध्ययन में एक और बात सामने आई है कि इन देशों में शुरुआती कुछ समय के बाद बीमारी का जैसा विस्फोट हुआ है।
3- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना संकट पर देश के नाम संबोधन में कहा कि प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में भी इतने देश प्रभावित नहीं हुए थे जितना की कोरोना वायरस से हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण पूरा विश्व संकट से गुजर रहा है और प्रत्येक भारतीय को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मानना गलत है कि भारत पर कोरोना वायरस का असर नहीं पड़ेगा। ऐसी महामारी में हम स्वस्थ, जगत स्वस्थ मंत्र काम आ सकता है।
4- करोना के संक्रमण की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। हालांकि, कुछ देश ऐसे भी हैं जिन्होंने आवश्यक निर्णय भी किए और अपने यहां के लोगों को ज्यादा से ज्यादा आइसोलेट करके स्थिति को संभाला है, और उसमें नागरिकों की भूमिका काफी अहम रही है।
5- भारत जैसे 130 करोड़ आबादी वाले देश के सामने भी, हम वो देश है जो प्रगतिशील देश हैं, हम जैसे देश पर कोरोना का संकट सामान्य बात नहीं है। आज जब बड़े-बड़े विकसित देशों में इस महामारी का प्रयास देख रहे हैं तो भारत में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा यह मानना गलत है।
6- आज हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम स्वंय संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को संक्रमित होने से बचाएंगे। इस तरह की वैश्विक महामारी में एक ही मंत्र काम करता है- हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ। ऐसी स्थिति में जब इस बीमारी की दवा नहीं है तो इससे बचना आवश्यक है।
7- आजकल जिसे सोशल डिस्टेंस कहा जा रहा है, कोरोना के इस दौर में सोशल डिस्टेंसिंग सबसे ज्यादा कारगर और आवश्यक है। इस दौर में यह बहुत बड़ी भूमिका निभानेवाला है।
8-अगर ये लगता है कि आपको कुछ नहीं होगा और आप ऐसे ही मार्केट में जाते रहेंगे और कोरोना से बचे रहेंगे ये सही नहीं है। ऐसा कर आप अपने साथ और परिवार के लोगों के साथ अन्याय करेंगे।
9- इसलिए यह अपील है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक जहां तक संभव हो सके अपना काम हो सके तो अपने घरों से ही करें। जो अस्पताल से जुड़े हैं, मीडियाकर्मी हैं, नौकरशाह है उनकी सक्रियता तो जरूरी है। लेकिन, बाकी लोग समारोह से खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि अभी हमें अपना सारा सामर्थ्य कोरोना से बचने के लिए देनी होगी। आज चाहे जनप्रतिनिधि हो या सिविल सोसाइटी, हर कोई अपने- अपने तरीके से योगदान दे रहा है।
भारत अपनी अपनी शक्ति के लिए और अपने वादों के लिए जाना जाता है इस समय हम सभी लोगों को एकता बनानी है और कहीं भी किसी भी तरह का कोरोना वायरस से खौफ नहीं बनाना है और अपनी रक्षा के साथ साथ सभी को कोरोना वायरस से बचने के उपाय देने है।
Tags: कोरोना वायरस क्या है, Coronavirus Wikipedia
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