मेरी माँ पर भाषण
मेरी माँ पर भाषण: Speech on Mother in Hindi
इस दुनिया की सबसे प्यारी और पूजनीय इंसान हमारी माँ होती है, दुनिया में अगर सबसे अनमोल किसी को कहां जाए तो वो “माँ” ही होती है।
माँ की ममता पर भाषण देना एक बहुत ही गर्व और सौभाग्य की बात है। माँ ने अपने जीवन को खतरे में डाला था तभी हम लोगों का जन्म हुआ और हम इस दुनिया को देख पाए है। माँ के प्यार की कोई जगह नही ले सकता है, माँ ही ऐसी व्यक्तित्व है जिनके लिए उनकी संतान ही सब कुछ होती है।
माँ पर कुछ पंक्तियाँ बोलना सागर में से कुछ बुँदे निकालना जैसा है।
माँ के बारे में कुछ लाइन
माँ की ममता और पिता का प्यार ये बड़े ही नसीब से मिलता है। माता-पिता के प्यार की कोई जगह नहीं ले सकता है।
- माँ, एक बच्चे के लिए हमेशा से ही सबसे पहली गुरु रही है।
- माता अपने बच्चे की सबसे अच्छी प्रशिक्षक और मार्गदर्शिका होती है।
- माँ को हम सभी अपने सुख और दुख में सबसे पहले याद करते है।
- माँ को जन्नत और देवी का रूप दिया गया है।
- माँ को ईश्वर से अपने गर्भ में एक नए जीवन को जन्म देने और उसके देखभाल के साथ उसे विकसित करने की शक्ति का वरदान मिला हुआ है।
- माँ के बिना ये जगत सुना होता है।
- माँ का प्रेम जो की स्वयं भगवान भी जानते है। इतिहास और धर्म के पन्नों में यह साफ साफ लिखा हुआ है कि माँ की जगह कोई नहीं ले सकता है।
तो दोस्तों आज आपके लिए फिर एक बार मैं मदर्स डे पर माँ पर निबंध भाषण जैसी सुविधाएं लेकर आया हूँ और आप सभी को बताया जाए तो मदर्स डे जैसे अवसरों पर अपनी माताओं के लिए आपके अपने जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए हमारे प्यार और सम्मान को अभिव्यक्त करना बहुत ही जरूरी है।
Speech on Maa in Hindi बहुत ही अच्छे और कम शब्दों में उपलब्ध कराया गया है। बच्चों की जरूरतों के हिसाब से छोटे और बड़े भाषण को लिखा गया है। माँ पर भाषण छोटे से लेकर बड़े सबके लिए लिखा गया है।
Heart Touching Speech on Mother in Hindi
माँ पर भाषण 300 शब्दों में
नमस्कार, मदर्स डे की आप सभी को और आप सभी की माताओं को ढेर सारी बधाइयाँ। आज हम सभी यहां इस शुभ अवसर में अपनी माँ को दिल से धन्यवाद कहने आए है। हम अपनी माता को पूरे दिल से धन्यवाद कहेंगे।
आप जानते है “माँ” एक ऐसा शब्द है जिसमें सम्पूर्ण संसार समाया हुआ है। अगर माँ न होती तो किसी को जन्म नहीं मिलता, ये पूरा संसार बंजर होता, हर किसी के जीवन में माँ का होना बहुत जरूरी है बिना माँ के जीवन असंभव सा लगता है।
हम सभी की माँ ने अपनी जान जोखिम में डाल कर ही हमको जन्म दिया है उनका यह बलिदान हम जिंदगी भर नहीं भूल सकते है। आज तक हमारी माता ने ही हमारे लिए सब कुछ किया है और हम सभी कहीं न कहीं उनका दिल दुखा ही देते है। अनजाने में ही कई बार हम सभी अपनी माँ को दुख पहुंचा ही देते है।
आज हम सभी अपनी माँ से यहाँ माफी मांगने और उनकी लंबी उम्र की कामना करते है। दुनिया में कुछ ओर चीज दोबारा पायी जा सकती होगी लेकिन अपनी माँ दोबारा पाना समुंदर में से छोटे पत्थर को निकालना जैसा है।
माँ जैसा कोई नहीं है। भगवान भी माँ के आगे सिर झुकाते है, माँ ना होती तो इस संसार की कल्पना करना सच में बहुत ही मुश्किल होता। जब सुबह होती है तो माँ तुम्हारा चेहरा देखना उतना ही जरूरी होता है जितना की एक भूखे को खाना मिलना।
एक बच्चा का सबसे प्रथमगुरु माँ ही होती है। माँ ही चलना सिखाती है, बोलना सिखाती है, माँ ने अपने जीवन में अपने बच्चों की खुशी के अलावा कुछ नहीं चाहा है, अपने बच्चों की खुशी के आगे हमेशा नतमस्तक किया है। पता नहीं माँ आपको क्या समझूँ, भगवान का भेजा हुआ वरदान या फिर स्वयं भगवान…
बस इतना ही समझना और समझाना चाहता हूँ कि माँ आप है तो जग है आप नहीं तो ये सब नरक से भी बुरा है।
माँ की आँखों में अगर आँसू आते है तो सबसे ज्यादा दुख मुझे होता है। कुछ भी हो जाए लेकिन अपने माँ की आँखों में कभी भी आँसू देखना पसंद नहीं है।
आज हम सभी वादा करते है अपने आप से की कभी भी किसी कारण अपनी माँ की आँखों में आँसू नहीं आने देंगे। माँ ने ये जग दिखाया है और माँ की खुशियों से भरा ही कार्य करेंगे।
Mother Day Speech in Hindi 800 Words
- माँ पर स्पीच – 2
मेरी तरफ से आप सभी को आज सबसे खास दिवस की सुबह का नमस्कार!
आज एक ऐसा दिवस है जो कि हम सभी लोगों के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से के लिए मनाया जाता है। हम आज अपनी जन्म देनी वाली माता की बात करने जा रहे है। हम सभी की माँ हम सभी के लिए बहुत ही अनमोल और महत्वपूर्ण है। हम सभी भारतवासी है और हम भारतवासियों को अपनी देशभक्ति और मातृप्रेम के लिए जाना जाता है।
एक व्यक्ति अपने घर के लिए चिंतित रहता है अपने परिवार की परवरिश के लिए वो कुछ भी करता है ऐसे में वो अपनी माँ के चरणों में अपना सुख पाता है सबसे ठंडी छाया महसूस करता है। माँ के लिए दुनिया में सबसे कीमती उनके बच्चे ही होते है शायद इसी प्रेम के चलते एक बकरे की माँ एक शेर से भिड़ जाती है।
माँ का किरदार निभाना केवल माँ ही जानती है। माँ ने अपने जीवन में अपने बच्चों की खुशी के अलावा कभी भी कुछ नही सोचा है इसीलिए शायद वो घर में सबसे साधारण रहती है। पापा के काम की छुट्टी रविवार और किसी भी त्यौहार के दिन हो जाती है लेकिन हमने हमेशा ही माँ को त्योहारों के दिन और भी ज्यादा काम करते हुए देखा है।
आज हम सब यहाँ प्रत्येक व्यक्ति अपनी माँ को धन्यवाद करने के लिए आए हैं। माँ के बिना हम में से कोई भी अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता।
अगाथा क्रिस्टी का कहना है कि, “अपने बच्चे के लिए माँ का प्यार दुनिया में सब चीजों से बढ़कर है। यह किसी कानून को नहीं जानता, किसी से नहीं डरता। यह सब चीजों से लड़ने की हिम्मत रखता है और अपने बच्चे के रास्ते में आने वाली हर मुसीबत को कुचलना जनता है।”
एक माँ अपने बच्चों को नौ माह तक गर्भ में अपने खून के साथ पालती है और अपने बच्चों के पालन-पोषण के लिए बहुत त्याग करती है। वह इस पृथ्वी पर ईश्वर का विकल्प है। दुनिया का कोई भी प्रेम माता-पिता के प्रेम से अधिक नहीं हो सकता।
संसार के सभी महान पुरुष अपनी मां के समर्थन और भक्ति के कारण ही उन उचाईयों तक पहुंचे हैं जो हमेशा उनके लिए खड़ी रही और मुक़ाबले के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती रही।
चन्द्रगुप्त मौर्य भी अपनी माता के सम्मान और उनसे प्यार के कारण एक आम व्यक्ति से वीर योद्धा बना और अपनी माँ के लिए मगध को जीत कर दिखाया। एक माँ अपने बच्चे के लिए हमेशा ही प्रेम दर्शाती है। माँ का प्यार कभी भी अपने बच्चे के लिए कम नहीं होता है।
“पूत कपूत सुने है पर ना कभी सुनी कुमाता” इसका अर्थ है कि हमने बेटे और गंदे बेटे दोनों ही देखे है गंदे बेटे से अर्थ है जो गंदी राह पर जैसे चोरी, अपराध आदि जैसे रास्ते पर चलते है जो की गलत है लेकिन माँ फिर भी अपने उस बेटे से प्यार करती है।
देखा जाए तो इस दुनिया में जन्म लेने से लेकर इस दुनिया से जाने तक हम अपने जीवन में कई रिश्तों की संरचना कर जाते हैं। कुछ रिश्ते थोड़ी देर के लिए बनाए जाते हैं, कुछ हमें धोखा दे जाते हैं, कुछ हमें छोड़ देते हैं कुछ समय पर काम नहीं आते और कुछ हमारा हर तरह के सुख-दुःख में साथ निभाते हैं पर एक व्यक्ति जो किसी इंसान की बिना लालच के देखभाल, स्नेह और प्यार करती है वह “माँ” है।
माँ अपने बच्चे की सर्वप्रथम शिक्षक होती है और वो अपने बच्चे की शिक्षक और मार्गदर्शिका होती है। माँ हमेशा ही अपने बच्चे को सिखाती, हिम्मत देती है कि जीवन के सफर में किस तरह मुसीबतों को कैसे झेलना है, कैसे बोलना है, कैसे लिखना है और अच्छे संस्कार आदि देती है जो हमें बेहतर इंसान बनाते है। कमजोर समय में हिम्मत और साहस देने वाली माँ ही होती है।
हम सभी को अपनी मां को उचित सम्मान देना चाहिए और उन सभी कार्यों और त्यागों के लिए उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए जो वह अपने बच्चों के लिए करती हैं।
हमें इस बात को कभी नहीं भूलना चाहिए कि हमारे जन्म के समय के बाद से ही हम हर चीज के लिए अपनी माँ पर निर्भर रहते थे और आज भी हमारे शरीर का अहम भाग हमारी माँ ही है। माँ बचपन से ही हमारा पालन-पोषण करती है सही राह दिखती है। माँ की ममता और माँ का प्यार और स्नेह अतुलनीय है।
हमारी मां हमारी सुरक्षा ढाल है जो हमें हर प्रकार के हमलों और कठिनाइयों से बचाती है। वह अपने सभी दुःखों को भूल अपने बच्चे की ज़रूरतों को पूरा करती है।
जैसा की हम सभी जानते है कि आज मातृ दिवस है हम सभी को विशेष रूप से न केवल इस विशेष दिन पर हमारी माताओं को खुश करने की प्रतिज्ञा करनी चाहिए, बल्कि अपने जीवन के बाकी समय में भी अपनी माताओं का ध्यान रखना चाहिए।
माँ के बुढ़ापे में उनका खास ध्यान रखना है अपने जीवन का लक्ष्य यही होना चाहिए की माँ को किसी भी तरह दुख पहुँचने और उनकी खुशी का ही काम करना है।
आज हम सभी ये प्रण लेते है की भूले से भी हमारी माँ की आँखों में आँसू नहीं आयेगा और अपनी माँ को दिल से धन्यवाद कहेंगे की माँ आपने हमारे जीवन के लिए बहुत कुछ किया है और हम भी आपका तह: उम्र ख्याल रखेंगे।
धन्यवाद।
माँ के दिल की कहानी
माँ की ममता की कहानी: एक गाँव में एक परिवार रहता था, उस परिवार में एक छोटा सा नन्हा सा बच्चा 2 साल का अपने माँ पिता के साथ रहता था, खुशी के साथ रहते हुए एक दिन उनके घर पर बुरा वक्त आ गया और उस बालक के पिता की मृत्यु हो गयी वो बालक करीब 3 साल का ही होगा।
बालक की माँ पर तो पहाड़ सा टूट पड़ा लेकिन उसकी माँ ने हिम्मत नहीं हारी वो अपने बच्चे के साथ अकेले रहने लगी और अपने बच्चे की परवरिश के लिए रात दिन मेहनत करने लगी, सुबह जाकर लोगों के यहाँ बर्तन मांजने और रात को कपड़े की सिलाई जैसे काम करने लगी।
बहुत ही गरीबी में माँ ने अपने बच्चे को पाला, माँ ने अपने बच्चे की पढ़ाई के लिए उसे अच्छे से अच्छे विद्यालय में डाला लेकिन उसका बच्चा गंदी संगत में पड गया सुबह शाम नशा करना जैसे गंदी लत ने उसे घेर लिया। उसकी माँ ने उसे लाख समझाया लेकिन वो नहीं समझा और एक दिन उसे एक लड़की दिखी जो कि बहुत सुंदर थी जिसकी सुंदरता पर वो फिसल गया और उस लड़की से अपनी शादी की इच्छा जताई।
पहले तो लड़की कई बार कहने पर भी नहीं मानी क्योंकि लड़की बहुत अमीर घर की थी लेकिन लड़के ने उस लड़की को बहुत ही कोशिश के बाद मना लिया लेकिन लड़की जानती थी की लड़का बहुत ही गरीब घर का है वो उसे खुश नहीं रख पाएगा।
लड़की ने उस लड़के से कहा की तुम मेरे लिए क्या कर सकते हो तो लड़के ने कहाँ की तुम्हारे लिए में अपनी जान तक दे सकता हूँ लेकिन लड़की नहीं मानी और लड़के से कहा की मैं तुम पर यकीन कैसे करूँ?
लड़के ने कहा आजमा कर देखो, लड़की ने कहा की तुम गरीब घर में रहते हो और मैं महल में रहती हूँ तुम अपना घर छोड़ दो लड़के ने कहा की मैं अपना घर छोड़ दूंगा लेकिन कहीं अच्छा घर लेने के बाद।
लड़की बहुत चालाक थी लड़की ने कहा की मुझे तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं है।
लड़के ने कहा की बताओ मैं ऐसा क्या करूँ की जिससे तुम्हें मुझ पर भरोसा हो जाए?
लड़की ने हँसते हुए कहा की तुम अपनी माँ का दिल लाकर दो तो मैं तुमसे शादी कर लूंगी।
लड़की को लगा की अब शायद वो लड़का उसका पीछा छोड़ देगा क्योंकि कोई भी लड़का अपनी माँ को नही मार सकता। उस लड़के ने लड़की की बात को दिल से लगा लिया और घर गया उसने शराब पी रखी थी। लड़के के घर आते ही उसकी माँ ने पूछा आ गया तू चल हाथ धो ले मैं तेरे लिए खाना निकाल देती हूँ।
लड़के ने अपने पास एक चाकू रख रखा था। उसकी माँ जब उसके पास आई और खाना दिया तो लड़के के मन में आया की वो उसकी माँ है और बहुत ही बूढ़ी हो गयी है ऐसा करना पाप है। कुछ देर खाना खाने के बाद लड़का अपने कमरे में गया लेकिन उसको चिंता सता रही थी की
अगर उसने माँ का दिल नहीं दिया तो लड़की उससे शादी नहीं करेगी फिर लड़के ने और शराब पी और अपनी माँ के कमरे में गया जहां उसकी बूढ़ी माँ दिन भर के काम से थकी हारी हुई सो रही रही थी।
लड़के की आंखों में उस लड़की का इश्क़ सवार था और उस बेरहम लड़के ने अपनी माँ के सीने में चाकू घुसाना और उसकी माँ की चीख निकली और उस बच्चे ने माँ का दिल निकाल लिया।
दिल निकालने के बाद वो अपनी प्रेमिका के पास जाने के लिए भागने लगा। रास्ते में एक पत्थर पड़ा और वो लड़का गिरने को हुआ तभी माँ के दिल से आवाज आई की संभाल कर चल अभी तेरे चोट लग जाती।
लड़के ने फिर भी नहीं सुना और वो भाग कर अपनी प्रेमिका के पास जा पहुंचा और उसे कहा की लो मैं अपनी माँ का दिल ले आया हूँ। लड़के की इस हरकत को देख कर लड़की ने हंस कर कहा कि तू पागल है क्या तुझे क्या लगता है कि मैं अभी भी तुझसे शादी कर लूँगी, अपनी औकात देख तभी उस लड़के को अपनी भूल समझ आती है और वो फुट फुट कर रोने लगता है।
रोते रोते उसकी माँ की आवाज आती है कि मत रो मेरे बेटे जो हुआ सो हो गया इसमे तेरी कोई गलती नहीं है।
बेटा रो रो कर पागल हो जाता है इसलिए कहते है कि माँ से बढ़कर कोई नहीं है, माँ की ममता को कोई नहीं चुका सकता।
दोस्तों मेरी आप सभी से हाथ जोड़ कर विनती है कि इस दुनिया में आप बहुत बड़ी तरक्की पाना लेकिन कभी अपनी माता-पिता की आँखों में आँसू मत आने देना, हमारे जीवन का उद्देश्य ही यही होना चाहिए। माँ-पापा से बढ़कर कुछ नहीं है ये समझ लीजिये।
इस कहानी को पढ़ने के लिए धन्यवाद।
उम्मीद करता हूँ कि आपको माँ पर लिखा हुआ भाषण अच्छा लगा होगा और आपको यदि Speech On Mother in Hindi सच में अच्छा लगा है तो इस लेख को साझा करना न भूलें।
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Very nice poem