गुंजन सक्सेना जीवन परिचय, पत्नी, पिक्चर, कहानी
Gunjan Saxena Real Biography in Hindi
क्या आपको पता है गुंजन सक्सेना कौन है? गुंजन सक्सेना के बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे लेकिन गुंजन सक्सेना एक ऐसी हस्ती है जिनके बारे में जान कर आपको बहुत ही खुशी मिलेगी। आपको अपने भारत देश पर गर्व होगा। गुंजन सक्सेना जीवनी जानने के लिए इस पूरे लेख को पढ़ना होगा। इस लेख में गुंजन सक्सेना का जीवन परिचय विस्तार में बताया गया है।
Gunjan Saxena Story in Hindi
गुंजन सक्सेना भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) की अधिकारी थी और भारतीय सेना की पहली महिला लेफ्टिनेंट भी थी। गुंजन सक्सेना का भारत के प्रति बहुत ही बड़ा योगदान रहा है। गुंजन सक्सेना को “द कारगिल गर्ल” के नाम से भी जाना जाता है। गुंजन सक्सेना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी निम्नलिखित है।
गुंजन सक्सेना कारगिल गर्ल का जन्म
गुंजन सक्सेना वर्तमान समय में जामनगर (गुजरात) में रहती है। गुंजन सक्सेना का जन्म एक भारतीय सैनिक परिवार में हुआ। दरअसल उनका पूरा परिवार ही भारतीय सेना में काम करता था। गुंजन सक्सेना के पिता और भाई भारतीय सेना में कार्यरत है।
Gunjan Saxena Husband
गुंजन सक्सेना की शादी भी एक भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी से हुई जो की भारतीय वायु सेना के MI-17 हेलीकॉप्टर के पायलट है। उनकी एक बेटी भी है जिसका नाम प्रज्ञा है।
Gunjan Saxena Wiki Bio in Hindi
गुंजन सक्सेना का पूरा नाम (Full Name) | गुंजन सक्सेना |
गुंजन सक्सेना का अन्य नाम (Other Name) | कारगिल गर्ल |
गुंजन सक्सेना का निक नाम (Nick Name) | कारगिल गर्ल |
गुंजन सक्सेना का पेशा (Profession) | भारतीय विमान पायलट |
गुंजन सक्सेना की शैली (Genre) | विमान उड़ाना |
गुंजन सक्सेना का जन्म (Birth) | 4 जून 1975 |
गुंजन सक्सेना का जन्म स्थान (Birth Place) |
भारत के गुजरात राज्य में जामनगर जिले में हुआ
|
गुंजन सक्सेना की राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय |
गुंजन सक्सेना गृहनगर (Hometown) | गुजरात |
गुंजन सक्सेना जाति (Caste) | हिंदू |
गुंजन सक्सेना खाने में पसंद (Food Habit) | पोहा |
गुंजन सक्सेना पसंद (Hobbies) | जहाज उड़ाना |
गुंजन सक्सेना शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification) | ग्रेजुएट |
गुंजन सक्सेना वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | विवाहित |
गुंजन सक्सेना के पति का नाम (Husband Name) | गौतम नाराइन |
गुंजन सक्सेना की बेटी का नाम (Daughter) | प्रज्ञा |
गुंजन सक्सेना का प्रेरणा स्त्रोत (Role Model) | पिता और भाई |
गुंजन सक्सेना के बालों का रंग (Hair Color) | गोरा |
गुंजन सक्सेना की आँखों का रंग (Eye Color) | ब्लैक |
Gunjan Saxena The Kargil Girl Education
गुंजन सक्सेना की शिक्षा की बात करें तो गुंजन सक्सेना ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से भौतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की है। गुंजन सक्सेना ने अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद सफदरगंज फ्लाइंग क्लब जो की दिल्ली में स्थित है उसमें अपना नाम लिखवाया। गुंजन सक्सेना ने सशस्त्र बल में अपना नाम लिखवाया।
गुंजन सक्सेना IAF प्रशिक्षु पायलट में शामिल होने वाली पहली महिला है। कुछ समय बाद गुंजन ने सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की परीक्षा पास की और फिर एक पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना में शामिल हुई। गुंजन सक्सेना के एक व्यक्तिगत इंटरव्यू में उन्होंने बताया की जब वो महज 5 साल की थी तभी उन्होंने पहली बार लड़ाकू विमान को देखा था।
Gunjan Saxena Biography in Hindi / CAREER
- गुंजन सक्सेना एक प्रशिक्षु के रूप में सन् 1994 में, भारतीय वायु सेना में शामिल हो गयी थी। पहली बार में ही उन्हें ऊधमपुर, जो की जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश के बीच पड़ता है उन्हें उस जगह तैनात किया गया।
- उसके बाद गुंजन सक्सेना ने अपने सहयोगी लेफ्टिनेंट श्रीविद्या राजन के साथ मिलकर सन् 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल युद्ध में अपना शौर्य दिखाया।
- भारत के बड़े ऑपरेशन कारगिल युद्ध में सफ़ेद सागर और विजया था।
- गुंजन सक्सेना ने ऑपरेशन विजय में पाकिस्तानी सेना की निगरानी की थी।
- जून 1999 में गुंजन ने कारगिल के युद्ध में भारतीय सेना के एक पायलट के रूप का प्रतिनिधित्व किया था।
- गुंजन सक्सेना ने कारगिल की लड़ाई में अपनी सभी घायल साथियों को बचाने का कार्य किया।
- बताया जाता है कि युद्ध के दौरान गुंजन सक्सेना ने घायल सैनिकों के लिए भोजन आपूर्ति और उन्हें प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई थी।
- महिला को अक्सर घरों के अंदर काम करते देखा है लोगों ने लेकिन गुंजन सक्सेना ने पायलट की भूमिका निभाते हुए कभी लोगों को बचाया और उनको भोजन जैसी सुविधाएं दी।
- गुंजन सक्सेना को पाकिस्तान के नापाक इरादों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गयी थी जिसके लिए उन्हें पाकिस्तान बार्डर पर एरोप्लेन चलाना होता था।
- एक बार तो पाकिस्तान ने गुंजन सक्सेना पर मिसाइल विमान से प्रहार किया था। उस प्रहार में वो बच गयी और मिसाइल पहाड़ पर जा गिरा था।
- ऐसे हमले के बाद भी गुंजन सक्सेना की हिम्मत टस से मस नहीं हुई और विमान उड़ना जारी रखा। उनके इस हिम्मत और जज्बे को देख कर भारतीय सैनिक बहुत ही गर्व महसूस करते है कि ऐसी महिला ने भारत देश का नाम रोशन किया है। उनकी इसी वीरता के लिए उन्हें शौर्य चक्र भी दिया गया है।
- भारतीय इतिहास में गुंजन सक्सेना पहली ऐसी महिला है जिन्हें शौर्य चक्र वीरता के पुरस्कार से नवाजा गया।
- गुंजन सक्सेना को इसी वजह से कारगिल गर्ल कह कर बुलाया जाने लगा था।
- गुंजन सक्सेना ने करीब 7 साल एक शॉर्ट सर्विस कमीशन अधिकारी के रूप में उनका कार्यकाल पूरा किया और भारतीय वायु सेना से अलविदा किया।
- कुछ समय के बाद ही उन्होंने MI-17 हेलीकॉप्टर पायलट के साथ शादी कर ली।
- गुंजन सक्सेना के इस जाबाजी पर उन पर एक फिल्म भी बनाई गयी है।
- गुंजन सक्सेना की फिल्म गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल को करण जौहर ने निर्देश किया और श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर ने गुंजन सक्सेना की भूमिका निभाई।
Gunjan Saxena Movie Release Date
गुंजन सक्सेना की फिल्म की रिलीजिंग डेट: 12 अगस्त 2020
10 Lines on Gunjan Saxena in Hindi
गुंजन सक्सेना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी इस प्रकार हैं।
- गुंजन सक्सेना भारतीय सेना की जबाज़ सैनिक रह चुकी है।
- गुंजन सक्सेना के जबाजी के चर्चे दूर दूर तक देश विदेश तक थे।
- गुंजन सक्सेना ने सम्पूर्ण विश्व में अपना नाम रोशन किया था।
- गुंजन सक्सेना को कारगिल गर्ल इसलिए कहा जाता था क्योंकि वो एक महिला होते हुए भी बाहुदरी के साथ लड़ी और अपने सभी सैनिको सबका ख्याल रखा।
- गुंजन सक्सेना का बचपन से ही सपना था जिसे वो 5 साल की उम्र में ही देख चुकी थी और उस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बड़े होकर भारतीय वायु सेना में भाग लिया।
- भारत माता के प्रति प्रेम के चलते उनमें वीरता और साहस की कमी नहीं थी।
- गुंजन सक्सेना की वीरता की वजह से उन पर उनकी एक फिल्म भी बनाई गयी जो की हर किसी के लिए मुश्किल होती है।
- वर्तमान में गुंजन सक्सेना की उम्र 47 वर्ष है और वह अपने पति और अपने एक बेटी के साथ जिसका नाम प्रज्ञा है उसके साथ जामनगर में रह रही है।
- पायलट के रूप में उन्होंने भारत की सेवा की और 7 साल की सेवा के बाद सन् 2004 में उन्होंने भारत के वायु सेना से विदा लिया।
गुंजन सक्सेना फिल्म को लेकर मीडिया में वाद विवाद
“फिल्म गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल” रिलीज होने के बाद सक्सेना के बारे में कुछ तथ्यों को लेकर काफी मतभेद होने की स्थिति बन गयी थी। NDTV के एक लेख में वह उनमें से कुछ को स्पष्ट करती हैं।
मैं भाग्यशाली और धन्य था कि IAF के साथ अपने वर्षों में मेरे नाम पर इतने सारे प्रथम स्थान प्राप्त हुए। कुछ को सूचीबद्ध करने के लिए – मेरे बुनियादी प्रशिक्षण के दौरान योग्यता के क्रम में और हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण में भी, युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरने वाली पहली महिला (लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड में उल्लिखित), पहली ‘बीजी’ (एक प्रतिष्ठित उड़ान श्रेणी) महिला हेलीकॉप्टर पायलटों में से और जंगल और बर्फ से बचने के पाठ्यक्रम से गुजरने वाली पहली महिला अधिकारी और भी छोटी-छोटी उपलब्धियां हैं, लेकिन अभी मेरी कहानी के लिए उनका ज्यादा महत्व नहीं है।
– गुंजन सक्सेना, एनडीटीवी
न तो मैंने और न ही फिल्म निर्माताओं ने कभी यह दावा किया कि मैं ‘शौर्य चक्र’ से सम्मानित हूं। कारगिल के बाद, मुझे उत्तर प्रदेश के एक नागरिक संगठन से ‘शौर्य वीर’ पुरस्कार मिला। इंटरनेट समाचारों के एक निश्चित हिस्से ने संभवतः ‘वीर’ को ‘चक्र’ में बदल दिया। फिल्म के प्रचार के लिए मीडिया से बातचीत के दौरान इसे कई बार स्पष्ट किया गया है।
– गुंजन सक्सेना, एनडीटीवी
Media Inaccuracies
After the film Gunjan Saxena: The Kargil Girl released, there was a lot of confusion related to some facts about Saxena. In an article in NDTV she clarifies some of them:
I was lucky and blessed to have so many firsts to my name in my years with the IAF. To list a few — first in the order of merit during my basic training and also in helicopter training, the first woman to fly in a combat zone (mentioned in the Limca Book of Records), the first ‘BG’ (a coveted flying category) among women helicopter pilots and the first woman officer to undergo the jungle and snow survival course. There are other small achievements, but those are not of much significance to my story right now.
– Gunjan Saxena, NDTV
Neither I nor the filmmakers ever claimed I was a ‘Shaurya Chakra’ awardee. After Kargil, I received the ‘Shaurya Veer’ award from a civilian organisation in Uttar Pradesh. A certain section of the internet news possibly turned ‘Veer’ into ‘Chakra’. This has been clarified many times during my media interactions for the film’s promotions.
– Gunjan Saxena, NDTV
औरतों के उदाहरण की बात आती है तो हमें सबसे पहले रानी लक्ष्मीबाई की याद आती है। रानी लक्ष्मीबाई जैसी वीरांगना भी थी और आज भी है बस नाम अलग अलग है और काम भी अलग अलग है। सबसे बड़ी योद्धा माँ होती है जो हर किसी घर में होती है। लोगों की सोच के हिसाब से औरत घर तक सीमित ही रहे तो अच्छा है लेकिन मेरा मानना है कि अगर एक आदमी में वीरता और साहस होती है तो जरूर एक औरत में भी उतनी ही वीरता और साहस होता है।
आज के समय में लगभग पूरा संसार ही औरत को एक सामान्य समझता है। औरत ने आदमी से बराबरी तो छोड़ो आदमी से आगे निकल कर दिखाया है। मैं ऐसी वीरता और साहस से पूर्ण महिला को कोटी कोटी नमन करता हूँ। यदि आपको भी गुंजन सक्सेना का जीवन परिचय पढ़ कर अच्छा लगे तो आप इसे शेर करना न भूले।
– Gunjan Saxena Real Biography