शनि महाराज जी के 3 मुख्य और चमत्कारी मंदिर
Shani Mandir: प्रिय भक्तों वैसे तो भगवान हर जगह है दुनिया के कण-कण में समाये हुए है। लेकिन लोग भगवान की पूजा करने के लिए भगवान के मंदिर आदि का निर्माण करते है और उनकी पूजा करते है। भगवान के अनेकों रूप है और उनके अनेकों मंदिर भी हैं।
भगवान के अनेकों रूप के साथ उनके अनेकों मंदिर होते है, भगवान के अनेकों मंदिरों के साथ सभी लोगों की श्रद्धा अलग-अलग होती हैं कोई शनि महाराज को अपने घर में ही पा लेता है और कोई शनि महाराज के स्थल पर जाने के लिए तरसते हैं। जहां उनका प्रमुख स्थान होता है, जहां शनि महाराज की सबसे ज्यादा मान्यता मानी जाती है।
शनि देव और अन्य सभी भगवानों के अपने-अपने प्रमुख स्थान है ठीक उसी प्रकार शनिदेव के भी अपने प्रमुख मंदिर हैं। शनिदेव के प्रमुख स्थान जिनके बारे में संपूर्ण जानकारी लिखी गई है। आप कृपया करके पूरा लेख पढ़े और शनि महाराज की कृपा को पाने के लिए उनकी पूजा करें।
वैसे तो संपूर्ण भारत में शनि महाराज के बहुत से पीठ हैं अर्थात मंदिर है लेकिन प्राचीन काल की कथाओं के आधार पर शनि महाराज की 3 पीठों का सबसे ज्यादा जिक्र किया जाता है।
कहां जाता है कि यदि कोई भी व्यक्ति शनि महाराज की कृपा पाने के लिए और अपने ऊपर से साढ़ेसाती व ढैया जैसी चीजों का हल निकालने के लिए उनसे भय मुक्त होने के लिए शनि महाराज के इन मंदिरों में जाकर उनका आशीर्वाद लेकर इन सभी चिंताओं से मुक्त हो सकते हैं।
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Shani Mandir Near Me
भारत भर में शनि देव के कई पीठ है लेकिन प्राचीन कथाओं के अनुसार शनिदेव के तीन ही प्राचीन और चमत्कारिक पीठ है, जिनका बहुत महत्व है। शनि महाराज की तीन पीठ पर जाकर ही पापों की क्षमा मांगी जा सकती है। लोगों का कहना है कि उस स्थान पर जाकर ही लोग शनि के दंड से बच सकते हैं। प्राचीन मान्यता के अनुसार भक्त को तत्काल लाभ मिलता है।
कहते हैं कि पिछले कई हजार वर्षों से यह पीठ आज भी ज्यों के त्यों हैं और आज भी यहां चमत्कार होते रहते हैं।
आओ हम जानते हैं कि शनि देव के तीन पीठ कहां स्थित हैं। कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति पूरे दिल से सच्ची श्रद्धा और भगवान शनि महाराज की कृपा पाने के लिए इन मंदिरों में जाता है तो कभी खाली हाथ नहीं आता।
तो चलिए शनि महाराज की बात करते हैं जिनका पुरानी कथाओं के अनुसार किया गया है।
Shani Mandir: शनिदेव के 3 प्रसिद्ध मंदिर
शनि महाराज के तीन मंदिरों का वर्णन निम्नलिखित है।
1. शनि देव महाराज का मंदिर शनि शिंगणापुर महाराष्ट्र
शनि शिंगणापुर मंदिर शनि महाराज का प्राचीन मंदिर है। यह महाराष्ट्र के एक गांव शिंगणापुर में स्थित है। यह शनि भगवान का प्राचीन स्थान माना जाता है।
प्राचीन कथाओं के अनुसार शिंगणापुर गांव में शनिदेव का अद्भुत चमत्कार है। सबसे अजब कहावत तो यह है कि इस गांव के बारे में कहा जाता है कि यहां रहने वाले लोगों को शनिदेव पर इतना अटूट विश्वाश है और शनिदेव की आस्था है कि लोग यहाँ अपने घरों में ताला नहीं लगाते हैं और आज तक के इतिहास में यहां कभी किसी के घर चोरी नहीं हुई है और न ही किसी ने चोरी की है।
यहाँ के लोगों का कहना है कि बाहरी या स्थानीय लोगों ने यदि कभी भी यहां किसी के भी घर से चोरी करने की कोशिश भी की है तो वह गांव की सीमा से पार नहीं जा पाता है उससे पहले ही शनि देव का प्रकोप उस पर हावी हो जाता है।
चोर अपनी चोरी कबूल कर शनि भगवान के समक्ष आकार माफी भी मांगता है नहीं तो शनिदेव की सजा बहुत ही कठोर ओर असहनीय हो जाती है और ऐसे चोरों का जीवन नरक बन जाता है।
नोट: शनि शिंगणापुर इतिहास भी हम जल्दी अपडेट करेंगे।
2. प्राचीन श्री शनिदेव मंदिर ग्वालियर मध्य प्रदेश (शनिश्चरा मंदिर)
मध्यप्रदेश के ग्वालियर के पास स्थित है शनिश्चरा मंदिर (शनि मंदिर)।
इसके बारे में किंवदंती है कि यहां हनुमान जी के द्वारा लंका से फेंका हुआ अलौकिक शनिदेव का पिण्ड है। यहां शनिशचरी अमावस्या के दिन मेला लगता है।
शनिदेव के भक्तजन द्वारा यहां तेल चढ़ाया जाता है और अपने पहने हुए कपड़े, चप्पल, जूते आदि सभी यहीं छोड़कर घर चले जाते हैं। ऐसा करने से ये माना जाता है कि ऐसा करने से पाप और दरिद्रता से छुटकारा मिल जाता है और शनिदेव की कृपा बरसने लगती है।
3. शनिदेव का प्राचीन मंदिर कहां पर है (सिद्ध शनि देव मंदिर उत्तर प्रदेश)
उत्तरप्रदेश के कोसी से छह किलोमीटर दूर कोकिला वन में स्थित है सिद्ध शनिदेव का मंदिर।
इसके बारे में पौराणिक मान्यता है कि यहां शनिदेव के रूप में भगवान कृष्ण विद्यमान रहते हैं। पुरानी मान्यता के आधार पर जो इस वन की परिक्रमा करके शनिदेव की पूजा करेगा वहीं कृष्ण की कृपा पाएंगे और उस पर से शनिदेव का प्रकोप भी हट जाएगा।
प्रिय भक्तों उम्मीद करता हूँ आपको शनि देव के बारे में जानकारी पाकर शनिदेव के प्रसिद्ध मंदिर के बारे में जानकर बहुत ही आनंद और आत्मविश्वास की प्राप्ति हुई होगी। तो देरी न कीजिए, आप शनिदेव की इस जानकारी को अपनी इच्छा अनुसार आगे साझा भी कर सकते है।
जय शनिदेव ॥ Shani Mandir
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित