आज हम आपके लिए 15 अगस्त पर कविता लेकर आए है। वैसे तो दुनिया में अलग अलग विषय पर बहुत सारी कविता है लेकिन यकीन मानिए 15 अगस्त पर कविता को पढ़ने का आनंद ही कुछ और है। 15 अगस्त के शुभ अवसर पर लोगों को अपने देशवासियों को 15 अगस्त की दिल को छु लेने वाली कविता जरूर शेयर करें।
Swatantrata Par Kavita को बच्चे अपने स्कूल और कॉलेज में 15 अगस्त के दिन इन कविताओं को बोल कर सब का दिल जित सकते है और लोगों को देश प्रेम के प्रति जागरूक करा सकते हैं। बड़े बुजुर्ग लोगों को 15 August Poem पढ़ने में अलग तरह का आनंद आता है, लोगों को उनके आजादी के इस त्यौहार की कद्र होती है, उन्हें पता है कि आजादी का त्यौहार लोगों के दिलों को छु लेता है।
वैसे तो एक बात कहूँ आज 15 अगस्त है दिल में पतंग उड़ाने के लिए तो ढेर सारी उमंग आ रही होंगी लेकिन जरा इन 15 अगस्त की कविताओं पर भी एक नजर दे दीजिये।
15 August Independence Day Best Poem 2022 निम्नलिखित है।
वैसे तो बहुत ही कविता 15 अगस्त के दिन के लिए लिखी जाती है और कविताओं का प्रयोग विद्यालयों आदि में किया जाता है ठीक उसी तरह बहुत से महान कवि जो की अपने देश से प्रेम को दिखाते है और 15 अगस्त की खुशी में दिल को छु जाने वाली कविताओं का वर्णन करते है।
HindiParichay.com पर आपको 15 अगस्त से संबंधित बहुत सी कविताओं का प्रयोग किया गया, मुझे बहुत कवियों के नाम नहीं पता आदि आपको पता है तो जरूर बताएं। मैं शुक्रगुजार हूँ उन सभी लेखकों और कवियों का जो अपने देश की शान में दिलों को चीर देने वाली देशभक्ति कविता लिखते है।
⇒1.
आओ सब मिल कर पतंग उड़ायें, हो जाये सब मस्त, भेद भाव ना कोई रखें, आ गयी है 15 अगस्त, रंग बिरंगी , नीली पिली , पतंग है लहराती, काली काली घटाए भी, अबी इसमें छुप जाती है, हरे भगवे रंग से रंगा असमान लगे प्यारा, हमें गर्व है भारत पे, जो देश है हमारा, चुमों मट्टी को जिसमे यमुना सरस्वती ओर गंगा, झूमे नाचे अब लहराते रहे हमारा प्यारा तिरंगा...
⇒2.
15 अगस्त 1947 को हो गए थे आजाद हम, आजादी के 69 साल बाद भी क्या, समझ पाए आजादी का मतलब हम, पहले ब्रिटिश शासन के तहत, जकड़े थे गुलामी के बेड़ियों में, आज संविधान लागू होने के बाद भी, जाति-पाति के कारण हो गए हैं, अपने ही देश में गुलाम हम, पहले रंग-भेद के जरिए गोरों ने हमको बाँटा था, आज हमारे अपनो ने ही, बाँट दिए जातिवाद और धर्मवाद के नाम पर हम, जो भारत पहचान था कभी, एकता, अखण्डता और विविधता का, वो भारत ही झेल रहा है दंश अब आन्तरिक खंडता का, बाँधा था जिन महान देशभक्त नेताओं ने, अपने बलिदानों से एकता के सूत्र में हमें, अपने ही कर्मों से अब उनकी आत्माओं को, दे रहे हैं लगातार त्राश हम, जातिवाद, आरक्षण और धर्मवाद ने, बुद्धि हमारी को भ्रमाया है, राजनेताओं ने अपने हित की खातिर, हमको आपस में लड़वाया है, बहुत हुआ सर्वनाश अपना, कुछ तो खुद को समझाओं अब, देश पर हुए शहीदों की खातिर, समझो आजादी का मतलब अब। जय हिन्द, जय भारत। -वन्दना शर्मा।
⇒3.
15 अगस्त का दिन है आया: स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है: स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है, विजयी-विश्व का गान अमर है। देश-हित सबसे पहले है, बाकि सबका राग अलग है। स्वतंत्रता दिवस का............................। आजादी के पावन अवसर पर, लाल किले पर तिरंगा फहराना है। श्रद्धांजलि अर्पण कर अमर ज्योति पर, देश के शहीदों को नमन करना है। देश के उज्ज्वल भविष्य की खातिर, अब बस आगे बढ़ना है। पूरे विश्व में भारत की शक्ति का, नया परचम फहराना है। अपने स्वार्थ को पीछे छोड़ककर, राष्ट्रहित के लिए लड़ना है। बात करे जो भेदभाव की, उसको सबक सिखाना है। स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है, विजयी विश्व का गान अमर है। देश हित सबसे पहले है, बाकी सबका राग अलग है।। ........जय हिन्द जय भारत। -वन्दना शर्मा।
⇒4.
15 अगस्त का दिन है आया, लाल किले पर तिरंगा है फहराना, ये शुभ दिन है हम भारतीयों के जीवन का, सन् 1947 में इस दिन के महान अवसर पर, वतन हमारा आजाद हुआ था, न जाने कितने अमर देशभक्त शहीदों के बलिदानों पर, न जाने कितने वीरों की कुर्बानियों के बाद, हमने आजादी को पाया था, भारत माता की आजादी की खातिर, वीरों ने अपना सर्वश लुटाया था, उनके बलिदानों की खातिर ही, दिलानी है भारत को नई पहचान अब, विकास की राह पर कदमों को, बस अब यूं-ही बढ़ाते हैं जाना, खुद को बनाकर एक विकसित राष्ट्र, एक नया इतिहास है बनाना, जाति-पाति, ऊँच-नीच के भेदभाव को है मिटाना, हर भारतवासी को अब अखंडता का पाठ है सिखाना, वीर शहीदों की कुर्बानियों को अब व्यर्थ नहीं है गवाना, राष्ट्र को बनाकर उज्ज्वल भविष्य अब, भारतीयों को आजादी का अर्थ है समझाना।। ......जय हिन्द, जय भारत। -वन्दना शर्मा।
⇒5.
हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, आजादी का मतलब नहीं है समझते। इस दिन पर स्कूल में तिरंगा है फहराते, गाकर अपना राष्ट्रगान फिर हम, तिरंगे का सम्मान है करते, कुछ देशभक्ति की झांकियों से दर्शकों को मोहित है करते हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, आजादी का अर्थ सिर्फ यही है समझते। वक्ता अपने भाषणों में, न जाने क्या-क्या है कहते, उनके अन्तिम शब्दों पर, बस हम तो ताली है बजाते। हम नन्हें-मुन्ने है बच्चे, आजादी का अर्थ सिर्फ इतना ही है समझते। विद्यालय में सभा की समाप्ति पर, गुलदाना है बाँटा जाता, भारत माता की जय के साथ, स्कूल का अवकाश है हो जाता, शिक्षकों का डाँट का डर, इस दिन न हमको है सताता, छुट्टी के बाद पतंगबाजी का, लुफ्त बहुत ही है आता, हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे, बस इतना ही है समझते, आजादी के अवसर पर हम, खुल कर बहुत ही मस्ती है करते।। ...................भारत माता की जय। -वन्दना शर्मा।
⇒6. आपसी कलह के कारण से। वर्षों पहले परतंत्र हुआ।। पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस। को अपना देश स्वतंत्र हुआ।। उन वीरों को हम नमन करें। जिनने अपनी कुरबानी दी।। निज प्राणों की परवाह न कर। भारत को नई रवानी दी।। उन माताओं को याद करें। जिनने अपने प्रिय लाल दिए।। मस्तक मां का ऊंचा करने। को उनने बड़े कमाल किए।। बिस्मिल, सुभाष, तात्या टोपे। आजाद, भगत सिंह दीवाने।। सिर कफन बांधकर चलते थे। आजादी के यह परवाने।। देश आजाद कराने को जब। पहना केसरिया बाना। तिलक लगा बहनें बोली। भैया, विजयी होकर आना।। माताएं बोल रही बेटा। बन सिंह कूदना तुम रण में।। साहस व शौर्य-पराक्रम से। मार भगाना क्षणभर में।। दुश्मन को धूल चटा करके। वीरों ने ध्वज फहराया था।। जांबाजी से पा विजयश्री। भारत आजाद कराया था।। स्वर्णिम इतिहास लिए आया। यह गौरवशाली दिवस आज।। श्रद्धा से नमन कर रहा है। भारत का यह सारा समाज।। जय हिन्द हमारे वीरों का। सबसे सशक्त शुभ मंत्र हुआ।। पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस। को अपना देश स्वतंत्र हुआ। - रामकिशोर शुक्ल "विशारद"
⇒7. पन्द्रह अगस्त देश की शान है यह मेरे देश का अभिमान है गर्व होता है इस दिन पर मुझे यही मेरी आन यही मेरा पहचान है देश की आजादी के लिए शहीदों ने प्राण गवाएं उन शहीदों की शहादत का पन्द्रह अगस्त सम्मान है न भूलना कभी इस दिन को यह देश की पहचान है स्वतन्त्रता दिवस के नाम से प्रसिद्ध देश की शान है लेखक: सुरेन्द्र महरा
बच्चों के जीवन में कुछ लम्हे बहुत ही लाजवाब होते है और बच्चों का बचपना उससे भी ज्यादा लाजवाब होता है। ठीक उसी तरह कुछ लम्हे भारत की आजादी के समय भारत की स्वतंत्रता के दिन कुछ कवितायें जो कि जीवन भर याद रहती हैं।
छोटे बच्चे अपने देश का भविष्य होता है। छोटे बच्चे ही होते है जो बड़े होकर अपने देश का नाम ऊंचा करते है। छोटे बच्चे बड़े होकर नेता, फौजी, चिकित्क सैनिक पुलिस वाला आदि बनते है और अपने देश के काम आते है। भारत जनसंख्या के नाम पर दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत एक महान देश होने के साथ साथ बहुत ही सहयोगी मित्र है जैसे की कोरोना वायरस के समय भारत ने पूरी दुनिया की मदद की दवाइयाँ और अन्य प्रकार की वस्तु जैसे की मास्क, सेनेटाइजर आदि देकर अपनी मित्रता सिद्ध की है। ऐसा पहली बार नही हुआ है। ये बहुत बार हुआ है जब भी भारत की किसी को जरूरत होती है तो भारत हमेशा खड़ा होता है।
भारत की शान में 15 अगस्त पर कविता निम्नलिखित है।
⇒8.
- रामकिशोर शुक्ल 'विशारद' आपसी कलह के कारण से। वर्षों पहले परतंत्र हुआ।। पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस। को अपना देश स्वतंत्र हुआ।। उन वीरों को हम नमन करें। जिनने अपनी कुरबानी दी।। निज प्राणों की परवाह न कर। भारत को नई रवानी दी।। उन माताओं को याद करें। जिनने अपने प्रिय लाल दिए।। मस्तक मां का ऊंचा करने। को उनने बड़े कमाल किए।।
⇒9.
बिस्मिल, सुभाष, तात्या टोपे। आजाद, भगत सिंह दीवाने।। सिर कफन बांधकर चलते थे। आजादी के यह परवाने।। देश आजाद कराने को जब। पहना केसरिया बाना। तिलक लगा बहनें बोली। भैया, विजयी होकर आना।। माताएं बोल रही बेटा। बन सिंह कूदना तुम रण में।। साहस व शौर्य-पराक्रम से। मार भगाना क्षणभर में।। दुश्मन को धूल चटा करके। वीरों ने ध्वज फहराया था।। जांबाजी से पा विजयश्री। भारत आजाद कराया था।। स्वर्णिम इतिहास लिए आया। यह गौरवशाली दिवस आज।। श्रद्धा से नमन कर रहा है। भारत का यह सारा समाज।। जय हिन्द हमारे वीरों का। सबसे सशक्त शुभ मंत्र हुआ।। पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस। को अपना देश स्वतंत्र हुआ।
Hindi Speech for 15 August Independence Day
10 Lines Essay on My Country INDIA in Hindi
हम वन्दना शर्मा जी और अन्य लेखकों को धन्यवाद देना चाहेंगे जिन्होंने अपनी वेबसाइट/YouTube पर इतनी अच्छी कविता हम सबके साथ पब्लिश करी है।
15 अगस्त पर कविता को भारत में शेयर कंरने पर आपको देशभक्ति का मौका मिलेगा, लोगों को अपने जीवन में ऐसा मौक़ा बार बार नहीं मिलता है तो मेरे प्यारे देश भक्तो इस कविता को ज्यादा से ज्यादा आप फेसबुक, व्हाट्सएप्प, ट्विटर इत्यादि पर शेयर जरुर करें।
“धन्यवाद”
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घायल पड़ा शेर है, फिर भी जज़्बा कमाल का है
जेल में सड़ी गली रोटियाँ है फिर भी आज़ादी की बिंगुल बजा रहा है
पानी को तरसा है पर खून में उफ़ान है
ऐसे शहीदों को हम देशवासियो का नमन बारम्बार है।
Vandana Sharma ji aap na bhoot achhi poem likhe ha.✌✌👌🏿👌🏿👌🏿👌🏿👌🏿👌🏿👌🏿
देश की लाज बचाने को, अपनी जान गवाई है।
खा कर गोली सीने में,अपनी कसम निभायी है,
जिनको ये भारतवर्ष,अपने लहू से ज्यादा प्यारा है।
ऐसे उन वीर सपूतों को,शत-शत नमन हमारा है।।
भारत माँ की रक्षा के लिये,अपना कर्तव्य निभाया है,
मातृभूमि के गौरव पर, न्यौछावर उनकी काया है।
जिनको परिवार से ज्यादा, ये देश ,तिरँगा प्यारा है।
ऐसे उन वीर सपूतों को, शत-शत नमन हमारा है।।
लथपथ पड़े जमीं पर, भारत माँ की जय बोली हैं,
जिनके सिंहनाद से सहमी, धरती फिर से डोली हैं।
जिनके जज्बे को करता सलाम,देखो ये भारत सारा है।
ऐसे उन वीर सपूतों को, शत-शत नमन हमारा है।।
🇮🇳🇮🇳जय हिन्द ,जय भारत🇮🇳🇮🇳
MERA NAME HARVIR SINGH CHAUDHARY HAI
Hmare yha kota ka chavl or gehu nhi Mil rha h