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Anuradha Paudwal Biography in Hindi
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अनुराधा पौडवाल का जीवन परिचय, भजन, गाने, पति, शिक्षा

⇓ Anuradha Paudwal Biography in Hindi ⇓

समय के अनुसार लोगों के जीवन में ढेर सारे बदलाव आते हैं जिनके चलते लोगों के बोलने के तरीकों में भी बदलाव आता है।

बात करें तो मैं बता दूँ कि आज मैं आपको बहुत ही बड़ी भजन गाने वाली गायिका श्रीमती अनुराधा पौडवाल जी के बारे में लिख रहा हूँ.

आप ने सुबह कई बार भगवान के मधुर भजन सुने ही होंगे। उनमे ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता आदि जैसे भजन आरतियां आदि भजन गाये हैं और भजनों में मधुर वाणी को बहुत ही सराहना मिली है.

अनुराधा पौडवाल जी को बहुत सारे अवार्ड्स से सम्मानित किया गया हैं.

अनुराधा जी ने अपने करियर की शुरुआत हिन्दी सिनेमा जगत से की। अनुराधा जी के गानों की शुरुआत पार्श्वगायिका के पद से की।

वे 1990 के दशक से आज 2019 तक बहुत ही प्रसिद्ध गायिका रही है.

अनुराधा जी के गानों से 1990 की सारी फिल्में हिट रही है। आज भी उनके गानों को बड़े ही आनंद के साथ सुना जाता है.

अनुराधा पौडवाल जी ने अपने गाने की शुरुआत फिल्म “अभिमान” से कि जिसमे इन्होने जया बच्चन जी के लिए एक श्लोक गया था। इस गाने को उन्होने संगीतकार सचिन देव वर्मन के निर्देशन में गया था.

अनुराधा पौडवाल ने संगीतकार अरुण पौडवाल के संगीत निर्देशन में “भगवान समाये संसार में” फिल्म में मुकेश और महेंद्र कपूर के साथ गया.

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अनुराधा पौडवाल जी की सम्पूर्ण जीवनी में बहुत सारे रिश्तेदारों को सम्मिलित किया गया हैं.

Anuradha Paudwal Biography in Hindi

अनुराधा पौडवाल जी का वास्तविक नाम : Alka Nadkarni
अनुराधा पौडवाल जी का उपनाम : टी सीरीज़ क्वीन
अनुराधा पौडवाल जी का काम :
पार्श्वगायक (फिल्मी गाने), भजन

Biography of Anuradha Paudwal in Hindi

लंबाई : से० मी० – 165, मी० – 1.65, फिट – 5’5”
वजन : 70 कि० ग्रा०
आँखों का रंग : गहरा भूरा
बालों का रंग : काला

अनुराधा पौडवाल जीवनी (अनुराधा पौडवाल बायोग्राफी)

अनुराधा पौडवाल की जन्मतिथि : 27 अक्टूबर 1952
अनुराधा पौडवाल की आयु : 67 सन् लगभग (2019)
अनुराधा पौडवाल का जन्म स्थान :
करवार , बाम्बे राज्य (कर्नाटक) , भारत
अनुराधा पौडवाल की राशि : वृश्चिक
अनुराधा पौडवाल की राष्ट्रीयता : भारतीय
ग्रहनगर : मुंबई, भारत
स्कूल : मुंबई में किसी स्कूल से
कॉलेज : सेंट जेवीयर्स कॉलेज, मुंबई
अनुराधा पौडवाल के घर का पता :
एक डुप्लेक्स, खार, पश्चिमी मुंबई
शौक : पुस्तकें पढ़ना और यात्रा करना
अनुराधा पौडवाल के विवाद :
अनुराधा पौडवाल ने एक बार लोकप्रिय पार्श्व गायिका लता मंगेशकर जी को चुनौती दी और दावा किया की उन्होने एक दिन में अधिकतम संख्या में गाने रिकोर्ड किए है|
अनुराधा पौडवाल की शादी :
अरुण पौडवाल (संगीतकार) के साथ सन् 1969 में हो गयी थी|
अनुराधा पौडवाल के पति का नाम :
अरुण पौडवाल (प्रसिद्ध संगीतकार)
बच्चे :
आदित्य पौडवाल (बेटा) और कविता पौडवाल (बेटी)

Anuradha Paudwal Biography in Hindi

Anuradha Paudwal Images
Receiving the Padma Shri Award by the then Honorable President of India, Shri Pranab Mukherjee

अनुराधा पौडवाल बायोग्राफी : अनुराधा पौडवाल का जन्म 27 अक्टूबर 1952 में कर्नाटक के उत्तर कन्नड जिले के करवार में एक कोंकणी परिवार में हुआ और समय के बीत जाने पर उनका पालन-पोषण  मुंबई में हुआ था.

अनुराधा पौडवाल का विवाह अरुण पौडवाल से हुआ था जो प्रसिद्ध संगीतकार एसडी बर्मन के सहायक थे.

अरुण पौडवाल जो कि स्वयं ही एक प्रसिद्ध संगीतकार थे। अनुराधा पौडवाल नब्बे के दशक में अपने करियर के शिखर पर थीं, अनुराधा पौडवाल के करियर की बहुत ही अच्छी शुरुआत हुई थी जिसकी वजह से उन्होंने दुनिया भर में नाम कमा लिया था.

अनुराधा पौडवाल के शिखर पर पहुँचने के बाद उनके पति अरुण पौडवाल की एक दुर्घटना के हो जाने से मृत्यु हो गई थी। अनुराधा अनुराधा पौडवाल का छोटा सा परिवार है जिसमे अनुराधा पौडवाल के एक बेटा आदित्य पौडवाल और बेटी कविता पौडवाल है.

अनुराधा पौडवाल ने सन् 1973 में अमिताभ और जया बच्चन की फिल्म “अभिमान” से अपना करियर शुरू किया था| जिसमे उन्होंने एक  श्लोक गीत गाया था.

एक समय था जब लगभग हर फिल्म में अनुराधा का गाना हुआ करता था। लेकिन अब अनुराधा पौडवाल लंबे समय से गायन से दूर हैं।

आखिरी बार उन्होंने 2006 में आई फिल्म “जाने होगा क्या” में गाने गाए थे।

अनुराधा पौडवाल ने कभी भी शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण नही लिया, और ना ही किसी किसी प्रतियोगिता में भाग लिया है। लेकिन अनुराधा पौडवाल का कहना है कि उन्होंने कई बार संगीत गायन की कोशिश की पर बात नही बनी।

उन्होंने लताजी को सुनते सुनते और खुद घंटो अभ्यास करते करते ही अपने सुर बनाए।

प्रसिद्ध गायक लता मंगेशकर अनुराधा पौडवाल के लिए भगवान से कम नहीं है, क्योंकि वह अपनी सभी सफलताओं का श्रेय लता मंगेशकर जी को ही देती हैं.

अनुराधा पौडवाल कहना है कि “मैंने कई गुरुओं के सानिध्य में संगीत सीखा। लेकिन, लता जी की आवाज मेरे लिए एक प्रेरणा स्त्रोत थी जिसने एक संस्थान के रूप में मेरा मार्गदर्शन किया।”

अनुराधा पौडवाल ने अन्य संगीतकारों (राजेश रोशन, जे देव, कल्याणजी आनंदजी) के साथ भी अच्छी जोड़ी बनाई.

अनुराधा पौडवाल को फिल्म “हीरो” के गानो की सफलता के बाद लोकप्रियता मिली और अनुराधा जी के गाने की गिनती शीर्ष गायिकाओं में की जाने लगी.

इस फिल्म मे उन्होंने लक्ष्मीकान्त-प्यारेलाल के साथ जोड़ी बनाई। हीरो की सफलता के बाद इस जोड़ी ने कई और फिल्मों मे सफल गाने दिए जैसे :

  1. मेरी जंग
  2. बटवारा
  3. राम लखन
  4. तेजाब

इसके बाद उन्होंने T-series के गुलशन कुमार के साथ हाथ मिलाया और कई नये चेहरों को बॉलीवुड में दाखिला दिलाया।

इनमे से कुछ हैं उदित नारायण, सोनू निगम, कुमार सानू, अभिजीत, अनु मलिक और नदीम श्रवण।

अपनी सफलता के चरम पर उन्होंने केवल टी-सीरीज़ के साथ काम करने की घोषणा कर दी, जिसका लाभ अलका याग्निक को मिला।

अनुराधा पौडवाल ने फिल्मों से हटकर भक्ति गीतों पर ध्यान देना शुरू किया और इस क्षेत्र में बहुत से सफल भजन गाए।

कुछ समय तक काम करने के बाद उन्होंने एक विश्राम ले लिया और 5 साल बाद फिर पार्श्व गायन में आ गई हालाँकि उनका लौटना उनके लिए बहुत सफल साबित नही रहा।

अनुराधा पौडवाल जी का डेब्यू – Anuradha Paudwal Film and Album

अनुराधा पौडवाल का इतिहास :

अनुराधा पौडवाल ने फिल्म गायकी से शुरुआत की : अभिमान (1973) गीता-श्लोक (संस्कृत)
अनुराधा पौडवाल का मराठी फिल्मों में गायन : : गीत “यशोदा” (संगीत-दत्ता मुखर्जी द्वारा)
अनुराधा पौडवाल की पहली एल्बम : “भाव गीत” (मराठी एल्बम)

अनुराधा पौडवाल के पुरस्कार और सम्मान : अनुराधा पौडवाल की जीवनी

  1. सन् 1986 में : हिनी गीत “मेरे मन बाजे मृदंग” के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (महिला) के रूप में फिल्मफेयर अवॉर्ड।
  2. सन् 1991 में : “नजर के सामने” (फिल्म, आशिकी) और “दिल है की मानता नहीं” (फिल्म, दिल है की मानता नहीं) गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (महिला के लिए) के रूप में दो फिल्मफेयर पुरस्कार।
  3. सन् 1993 में : गीत “धक-धक करने लगा” (फिल्म बेटा) के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (महिला) के रूप में फिल्मफेयर अवॉर्ड।
  4. सन् 2004 में : मध्य प्रदेश सरकार द्वारा “महाकाल पुरस्कार” से सम्मान।
  5. सन् 2010 में : “लता मंगेशकर पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
  6. सन् 2011 में : “मदर टेरेसा अवॉर्ड” से सम्मानित किया गया।
  7. सन् 2016 में : डी लिट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
  8. सन् 2017 में : भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
अनुराधा पौडवाल भजन – अनुराधा पौडवाल के गाने

अनुराधा पौडवाल ने अपनी जिन्दगी में अनगिनत संगीत और भजन गाये है, उन्ही में से एक लोकप्रिय भजन में आपके लिए अपलोड कर रहा हूँ.

Anuradha Paudwal Jai Ganesh Deva

अनुराधा पौडवाल की कुछ ऐसी बाते जो किसी को भी नहीं पता

अनुराधा पौडवाल की रोचक जानकारियाँ निम्नलिखित है…

Anuradha Paudwal Biography in Hindi

1. अनुराधा पौडवाल का जन्म कर्नाटक के उत्तरा कन्नड़ करवार में एक कोंकणी परिवार में हुआ था। हालांकि, उनका पालन-पोषण मुंबई में हुआ था।

2. अनुराधा पौडवाल का हमेशा से ही ये कहना है कि “संगीत के प्रति लगाव लता जी के गीत से हुई थी, जिसे उन्होंने रेडियो पर सुना था।”

3. अनुराधा पौडवाल जब चौथी कक्षा में थी, तब उन्होंने सपने में लता जी की आवाज को लाइव सुना था।

4. एक इंटरव्यू में, अनुराधा ने खुलासा किया कि “जब वह पैदा हुई थी तब उनकी आवाज बहुत थी।

5. बचपन में, अनुराधा पौडवाल निमोनिया की बीमारी से ग्रस्त हो गई थी। उस समय उन्होंने लगभग पूरी तरह से अपनी आवाज को खो दिया था और 40 दिनों तक बिस्तर पर रही थीं। उन 40 दिनों में, उन्होंने सिर्फ एक आवाज सुनी थी और वह केवल लता जी की थी।

6. लता मंगेशकर जी के गानों को सुनकर ही उन्होंने अपने गानों को गाना शुरू किया और वो लता मंगेशकर जी को भजन गायिकों में सरश्रेष्ठ मानती है.

7. एक बार अनुराधा को अस्पताल में भर्ती कराया गया, उनको तब उनके चाचा (अंकल) ने उन्हें लता जी की आवाज में भगवद गीता की रिकॉर्डिंग भेंट की। उसके बाद अनुराधा की सेहत में काफी सुधार हुआ और वह ठीक हो गई और उन्होंने अपनी आवाज की रिकॉर्डिंग मोल्डिंग करना शुरू कर दिया।

8. लता मंगेशकर जी को अनुराधा पौडवाल अपने भगवान से कम नहीं मानती है, क्योंकि वह अपनी सभी सफलताओं का श्रेय लता जी को ही देती हैं।

9. अनुराधा पौडवाल का कहना है कि “मैंने कई गुरुओं के सानिध्य में संगीत सीखा। लेकिन, लता जी की आवाज मेरे लिए एक प्रेरणा स्त्रोत थी। जिसने एक संस्थान के रूप में मेरा मार्गदर्शन किया।”

10. अनुराधा ने सक्रिय रूप से अपने स्कूल और कॉलेज के कार्यक्रमों में भाग लेना शुरू किया और कई पुरस्कार जीते। जिसके चलते उनका पहला पुरस्कार लता जी के “मीरा भजनों” में से एक गीत के लिए था।

11. इस तरह एक दिन स्कूल समारोह के दौरान, जब अनुराधा ने अपनी भारी आवाज के साथ प्रस्तुति दी, तब समारोह के जजों ने अनुराधा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “तुम्हारी आवाज बहुत भारी है और तुम सुरीले संगीत के लिए उपर्युक्त नहीं हो।” और अयोग्य घोषित कर दिया गया।

12. किशोरावस्था के दौरान, वह अरुण (एक संगीत संगीतकार) के प्यार में पड़ गई। शुरुआत में, उनके पिता ने अरुण के फिल्म उद्योग के संबंधों के कारण अनुराधा की शादी को मंजूरी नहीं दी। उनके पिता का मानना था कि “वह एक प्रतिष्ठित परिवार की लड़की है, जो शो बिजनेस का हिस्सा नहीं बन सकती है।”

13. जब अनुराधा ने अरुण से शादी की, तो वह 17 सन् की थी और अरुण 27 सन् के थे।

14. उनके पति ने हमेशा उन्हें गायन के लिए प्रोत्साहित किया।

15. एक बार, अरुण पौडवाल ने अनुराधा को लता जी (लता मंगेशकर) की एक रिकॉर्डिंग दिखाने ले गए। जहां अनुराधा ने लता जी को बड़ी सावधानी से सुना और वहीं के एक कार्यक्रम ‘युवा वाणी’ में एक गीत गाया। जो बहुत ही लोकप्रिय मराठी कार्यक्रम से संबंधित था, जिसे बहुत से लोगों द्वारा सुना जा चुका था।

16. लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, हृदयनाथ मंगेशकर, इत्यादि कई शीर्ष संगीतकारों ने इस गीत को सुना और यह पता लगाने के लिए रेडियो स्टेशन पर फोन कर के पूछने लगे कि यह गीत कौन गा रहा है।

लेकिन, उन्हें यह पता लगाने में थोड़ा समय लगा, यह गीत तो अल्का नादकर्णी (अनुराधा पौडवाल) गा रहीं थी। तभी सभी ने अनुराधा पौडवाल को लॉन्च करने की पेशकश की, लेकिन उस समय वह संगीत के क्षेत्र में आने के इच्छुक नहीं थी।

17. महान संगीतकार एस. डी. बर्मन ही पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने सन् 1973 की हिन्दी फिल्म “अभिमान” में अनुराधा के एक गीत (वास्तव में, एक शिव श्लोक) को पेश किया था।

18. उस समय अभिमान फिल्म को रिलीज किया गया था, तब अनुराधा के परिवार के 25 से 30 सद्स्य, दोस्त और पड़ोसी प्लाजा थिएटर में अनुराधा को सुनने के लिए आए।

19. अनुराधा पौडवाल का पहला एकल गीत फिल्म आप बीती (शशि कपूर और हेमा मालिनी) में था।

20. जब अनुराधा पौडवाल को फिल्म उत्सव (1984) के गीत “मेरा मन बाजे मृदंग…” के लिए फिल्म पुरस्कार मिला, तब उन्हें काफी हैरानी हुई। उस समय वह फिल्म हीरो के गीत “तू मेरा जानू है..” के लिए पुरस्कार की उम्मीद कर रही थी।

21. सुभाष घई की फिल्म हीरो (जैकि श्राफ और मीनाक्षी सेशदरी अभिनीत) में उन्होंने ‘तु मेरा जानू है…’ गीत गाया, जो एक सुपरहिट गीत बन गया.

शुरुआत में, यह गीत लता जी ने गाना था, हालांकि, कुछ कारणों से उस गीत को अनुराधा ने गाया।

22. सुभाष घई की अधिकांश फिल्मों में, अनुराधा पौडवाल ही गायक थी। उन्होंने गायत्री मंत्र भी गाया है, जो आज भी मुक्ता आर्ट का एक प्रतीक है।

23. सन् 1980 के दशक के मध्य में, अनुराधा पौडवाल ने नदीम-श्रवण के साथ 23 गाने रिकॉर्ड किए। बाद में, महेश भट्ट द्वारा निर्देशित तीन फिल्म आशिकी, दिल है की मानता नहीं और सड़क में गीत गाए।

24. सन् 1990 के दशक में, उन्होंने फिल्म में माधुरी दीक्षित को अपनी आवाज दी, जो उस समय सुपरस्टार बनने वाली थीं। इसलिए उन्होंने “बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम”, गीत को संगीत चार्ट से बाहर करने से इनकार कर दिया था।

25. फिल्म आशिकी, दिल है की मानता नहीं और सड़क से वह अपने गायन करियर के शिखर तक पहुंची।

हालांकि, सन् 1983 में, वह कुछ समय के लिए व्यक्तिगत रूप से फिल्म जगत से गायब हो गई थी, क्योंकि उस समय उन्होंने अपनी बेटी को खो दिया था और उनका पति अरुण बहुत बीमार हो गया था.

वह मानसिक रूप से काफी डिप्रेस हो गई थी। सन् 1990 की शुरुआत में, उन्होंने फिल्म उद्योग से पीछे हटना शुरू कर दिया और केवल टी-सीरीज़ के लिए गायन करने की घोषणा की, जिसके चलते उन्होंने भक्ति गायन किया।

फिल्म जगत से निकलने से अल्का याज्ञिक को काफी लाभ हुआ, जो बाद में काफी लोकप्रिय हुई।

26. उन्होंने टी-सीरीज के मोगुल गुलशन कुमार के साथ मित्रता की। हालांकि, जब अगस्त 1997 में उन्हें गोली मार दी गई, तो अनुराधा का सफल बनने का दृष्टिकोण बदल गया। वह कहती है कि “Today, when I have a hit, it feels nice, but that’s it.”

अपने पति की मृत्यु के बाद, उनका बेटा आदित्य फिल्म उद्योग में सबसे कम उम्र का गायक बन गया था। उनकी बेटी कविता पोडवाल भी एक पार्श्व गायिका है।

27. अनुराधा ने अपने स्वर्गीय पति अरुण की याद में ‘सूर्योदय’ नामक एक फाउंडेशन की स्थापना की है।

28. एक इंटरव्यू में, उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें शास्त्रीय संगीत में कभी भी प्रशिक्षण नहीं मिला और मैंने लता जी के गीत सुनकर अपने संगीत कला को सुधारा था।

Gayatri Mantra Anuradha Paudwal History in Hindi – गायत्री मंत्र अनुराधा पौडवाल की आवाज

Gayatri Mantra 108 times Anuradha Paudwal

|| गायत्री मंत्र हिंदी में ||

ॐ भूर् भुवः स्वः।
तत् सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात् ॥


दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरा ये लेख अनुराधा पौडवाल का जीवन परिचय (Anuradha Paudwal Biography in Hindi) पढ़ कर अच्छा लगा होगा.

आपको किसी भी ऐसी महान हस्ती की जानकारी चाहिए तो हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताए हम आपको उनके जीवन के परिचय के बारे में बताएँगे.

आरती | चालीसा | भजन

अनुराधा पौडवाल

डॉ अनुराधा पौडवाल (जन्म 27 अक्टूबर 1954) हिन्दी सिनेमा की एक प्रमुख पार्श्वगायिका हैं। वे १९९० के दशक में अत्यन्त लोकप्रिय रहीं।

Address: Dehriy Residency, 12/ Madhu Park, Khar West, Mumbai - 400052, Opp Gayatri Mandir, , , 400052, India

Gender: Women

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3 Comments

  1. Short but sweet biography. One of important personality of bollywood . Great singer without education in singing

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