जीवन में सफलता प्राप्त करने के 3 अद्भुत तरीके
How To Success in Life in Hindi
मेहनत, प्रयास, और सकारात्मक सोच, सफलता के आधार है। अगर आप अपनी पूरी लगन से मेहनत करे तो सफलता आपको अवश्य मिलेगी। यहाँ मेरा तात्पर्य ये बिलकुल नहीं है कि जो सफलता नहीं पाते वो मेहनत नहीं करते।
एक बार असफल होने से घबरायें नहीं, बल्कि जब भी हारे, उससे कुछ नया सीखते रहें। अपनी गलती से सिख कर उनसे आगे बढ़ने वाला परिश्रमी व्यक्ति सफलता अवश्य पाता है।
क्या आप जानना चाहते हो कि जीवन में सफलता पाने के लिए क्या करना चाहिए? अगर हाँ, तो कामयाब होने के लिए क्या करना चाहिए जानने के लिए सफलता के टिप्स को अंत तक पढ़े।
How To Success in Life in Hindi
Topics we cover in this Article
- How To Success in Life in Hindi
- How To Get Success in Life in Hindi
- Life success tips in hindi
- Life Me Success Hone Ke Tips in Hindi
- Success Life Tips in Hindi
1. Commitment पर ध्यान दें, सिर्फ Motivation पर नहीं।
लक्ष्य को पाने के लिए commitment और motivation दोनों ही जरूरी है। अगर हम अपने लक्ष्य को लेकर committed है कि हाँ, मुझे ये करना है और मैं ये करूँगा, फिर चाहे उसको पाने के लिए मुझे कुछ भी त्याग करना पड़े, मैं तैयार हूँ। वो दृढ़ निश्चय रखना एक अहम पहल है।
यदि आप अपने लक्ष्य को लेकर पूरी तरह से focused है, तो motivation का पालन होगा वरना motivation तो हर बार नयी दिशा में मिलेगी पर commitment न होने पर उन्ही दिशाओं में घूमते रह जाओगे और अपने लक्ष्य से भ्रमित हो जाओगे।
अपने लक्ष्य को पाने के लिए हमेशा एक योजना बना के रखे। आपको कब क्या और कैसे करना है हमेशा तैयार रखे व अपने से 3 कदम आगे की योजना तैयार रखे ताकि आने वाली परिस्थिति का आराम से सामना कर सके।
आप अपने लक्ष्य को पाने के लिये अपने पास एक “Mind map” बना सकते है। Mind map अपने लक्ष्य को कैसे और कब करना है, उसकी मिलीजुली योजना को graphical तरीके से बनाने को कहते है।
Mind map को बनाते समय आप अपनी पूरी योजना कहीं लिखे और उसको अलग अलग steps में बाँट ले और संक्षेप रूप में बनाने की कोशिश करे। अगर आपको एक attractive “Mind map” बनाना हो तो आजकल ऑनलाइन बहुत websites है।
Canva में एक अलग से option है “Mind map” बनाने के लिए। कोशिश करें कि आप अपना Mind map ऐसी जगह लगाए जो आपको बार बार नजर आये। जिस पर आपको अपना 100% लगाना है।
अपने आप को अपने लक्ष्य के लिए हमेशा प्रेरित रखे। आपको अपने सोचे हुए परिणाम नहीं मिले तो इससे सीख कर आगे बढ़ना है।
अगर पहले तरीके से आपको अपनी इच्छा के अनुसार परिणाम न मिले तो उसमे जो गलती की, जो कमी रही उस पर काम करे और आगे बढ़े।
असफलता से डरना नहीं है, सीखना है और उसको ध्यान रख कर फिर कोशिश करनी है। हमेशा दो योजनाएँ रखे ताकि पहली नहीं तो दूसरी से काम करने लगे। बस अपने दिमाग में निश्चित कर लो कि हां, मुझे अपना लक्ष्य पाना है। अपने लक्ष्य को पाने के रास्ते में सब कुछ सीखना है।
ज्ञान की पूँजी सबसे पुरस्कृत पूंजी है। ज्ञान एक ऐसी संपत्ति है जो जीवन भर हमारे साथ रहती है।
ज्ञान की ताकत से हम किसी भी परिस्थिति में आगे बढ़ सकते है। जब भी कुछ नया सीख रहे हो मन में हमेशा इस बात की उत्तेजना रखें कि आप कुछ नया सीखने जा रहे है, कुछ नया खोजने जा रहे है, कुछ नया प्रयोग करने जा रहे है। परिणामों पर ध्यान देने से आपकी प्रेरणा बदलती रहेगी।
कोई भी प्रेरणा लम्बे समय तक साथ नहीं रहती है जैसे ही कोई समस्या या असफलता मिली, आपकी प्रेरणा दूर हो जाएगी। जबकि ज्ञान को अपनी प्रेरणा बनाओगे तो हमेशा हर परिस्तिथिति में कुछ नया सीखोगे और हमेशा के लिए प्रेरित रहोगे। इसलिए हमेशा लक्ष्य को पाने के रास्ते के बारे में सोचों। गंतव्य के लिए नहीं रास्ते में मिलने वाले ज्ञान के लिए प्रेरित रहो।
रास्ते में क्या सीख रहे व उससे आप अपने लक्ष्य को पाने के रास्ते में कैसे सुधार ला सकते है, इस पर अपना ध्यान केंद्रित करो। – जीवन में सफलता पाने के तरीके
2. स्थिर विचारों से छुटकारा पाएँ।
हमारे मन व दिमाग में अनेक विचार रहते है। विचार हमारी भावनाएं प्रभावित करते है और भावनाएं हमारे लक्ष्य व काम को देखने का नज़रिया बनती है।
हमारे पास हमारे लक्ष्य को लेकर भी अनेक विचार मन में रहते है। हमे ये तय करना है कि हमे कौन से विचारों की ओर अपना ध्यान देना है- वे जो हमे भावनात्मक रूप से फंसा देते है (जैसे संदेह, डर, असफलता, आदि) या वे जो हमे आगे बढ़ाएंगे (जैसे उत्तेजना, प्रयोग करना, कोशिश करना, आदि).
ये विचार आपको आपने आराम क्षेत्र से बाहर निकाल कर नयी चीज़े सीखने को प्रोत्साहित करेंगे व अपने लक्ष्य के पास ले जायेंगे।
अपने लक्ष्य को पूरा होते हुए देखने की कल्पना तो अपने की ही होगी। कई बार कई नकारात्मक विचारों से आप डगमगा भी जाते होंगे। कई बार आपके साथ ऐसा भी होता होगा कि जब तक सफलता मिल रही होगी तब तक तो आप अपने काम को लेकर काफी उत्तेजित रहते होंगे, परन्तु जब भी परिस्थिति आपके पक्ष में नहीं रहती है आप काम को बोझ समझने लगते होंगे।
लेकिन सच तो ये है कि आपको विपरीत परिस्थितियों में और ज्यादा उत्तेजित और ज्यादा प्रबल रहना होगा ताकि ये नकारात्मक भावनाएं आपकी motivation को प्रभावित नहीं करेगी।
यदि आप रोज़ सोचेंगे कि मुझे मेरा काम नहीं पसंद तो चाहे आप कितना भी निष्ठिर commitment रखे आपको काम में motivation नहीं मिलेगी। परन्तु सोच के चलें कि सबसे मुश्किल काम मुझे सबसे ज्यादा सिखाएगा, तो आपको कुछ नया सीखने की भावनाएँ आपके काम के लिए प्रेरणा बनेगी।
लक्ष्य को पाने में सबसे बड़ी गलती दुसरो पर निर्भर रहना होती है। सपना आपका है, लक्ष्य आपका है, उसे कैसे पूरा करना है ये आप जानते है और आप ही को पूरा करना है। किसी भी कार्य को लेकर किसी और पर निर्भर मत रहना। फिर चाहे वो कोई भी हो।
सभी के अपने सपने होते है, अपनी जरूरते भी होती हैं और अपने लक्ष्य होते है। कोई भी आपके सपने और लक्ष्य के लिए अपने लक्ष्य से समझौता नहीं करेगा और ना ही उसमे आपके सपने को लेकर आपके जितनी उत्साह है। इसलिए हमेशा दूसरे पर कम निर्भर रहे और खुद ज़िम्मेदारी ले अपने सपनों की।
सपने सभी के होते हैं कुछ कमाल कर जाते है और कुछ दूसरों पर निर्भर रह कर वहीं रह जाते हैं। – सफल जीवन के नियम
3. खुद के लिए अच्छा होना बंद करो।
अपने आपको चुनौती दें।
आज ये कार्य किया है तो कल इससे बेहतर करना है। आज इतना सीखा है तो कल इससे थोड़ा ज्यादा सीखना है।
केवल Motivation, commitment और लक्ष्य को लेकर गंभीरता होने से लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती। बल्कि लक्ष्य तब मिलता है जब आप उसकी तरफ रोज़ कुछ न कुछ कदम बढ़ाएं।
सपने एक रात में नहीं पूरे होते है, सपने पूरे करने के लिए हमे रोज़ उनको पाने के लिए काम करना पड़ता है, नया सीखना पड़ता है और जो सीखा उसे अपने कार्यो में शामिल करना।
मन में विचार रखने से सपने नहीं पूरे होते, मन में दृढ़ निश्चय और उसे पाने के लिए कार्य करने से ही सपने पूरे होते है। अक्सर आप अपनी कुछ छोटी छोटी ख़ुशियों के लिए अपने सपने से समझौता कर लेते है। जब तक आप अपने आराम क्षेत्र से बहार आकर काम नहीं करते, जब तक आपकी ये छोटी छोटी ख़ुशियों, आपको अपने लक्ष्य से दूर करती रहेंगी।
इसलिए हमेशा अपने आप से थोड़ा लड़े, थोड़ी ज़िद खुद से करे कि आज इतना और सीखना है। हाँ, याद करें अपने आप से ज़िद करने से मेरा तात्पर्य ये नहीं है कि आप अपनी क्षमता से ज्यादा अपने आप से लड़ने लगे। आप अपने आप को वहां तक काम के लिए motivate करें।
याद रहे, अभी जितना कर रहे हैं उससे बस थोड़ा ज्यादा कल करना है, और उससे थोड़ा ज्यादा परसों। अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकले और सीखने के उत्साह से नया प्रयास करते जाएँ और सीखते जाएँ।
सपना देखने की हिम्मत करना ही आपकी आधी प्रेरणा बनता है। हर वक़्त उस पल की कल्पना करना कि आपने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है, आपकी प्रेरणा को हर वक़्त बढ़ाते रहेगा व अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आपको उत्तेजित रखेगा।
अगर आप सिर्फ सोचते रहेंगे और अपने लक्ष्य की तरफ कोई कदम नहीं उठाएंगे तो आप सफल नहीं हो पाएंगे। इसलिए आलस को छोड़े, आज ही एक छोटा सा कदम अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ाएं जैसा कि मैंने ऊपर कहा, कल जितनी कोशिश की, आज उससे थोड़ी ज्यादा करें।
अंत में, मैं यही कहूँगा कि हारने या असफलता के डर से कभी हार न माने, क्योंकि अगर हार की संभावना न हो तो तो जीत का अर्थ ही क्या? – सफलता प्राप्त करने के उपाय
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